खुदा ये कैसा फैसला तेरा
क्या मेरी मोहब्बत थी झुठी
उनको उनका प्यार मिला
मुझसे किस्मत क्यों रूठी
वो नही मिले क्यों मुझको
इस पर जवाब खुदा का आया
तुने सच्चे दिल से उसकी खुशीयाँ माँगी
तभी तो उसे उसका प्यार मिल पाया
...............................Shubhshish(2004)
Monday, January 15, 2007
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