बस खुशीयाँ ही पायी हैं तेरे इश्क की छाँव में
कई मंजिले पायी हमने इस इश्क की राहो में
एक प्यार तेरा पाकर लगता है पा लिया है सब कुछ
बस आखिरी ख्वाहीश है दम निकले तेरी बाँहो मे
................................ Shubhashish(2004)
Wednesday, January 17, 2007
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